श्री मोहनखेड़ा तीर्थ में ट्रस्ट मण्डल एवं झाबुआ श्रीसंघ ने चातुर्मास की विनंती की
श्री मोहनखेड़ा महातीर्थ में मुनि पीयुषचन्द्रविजयजी म.सा. एवं
झाबुआ में मुनि रजतचन्द्रविजयजी आदि ठाणा का होगा वर्षावास
साध्वीवृंद को पधारने की विनंती की
राजगढ़ (धार) 20 जून 2021 । श्री आदिनाथ राजेन्द्र जैन श्वे. पेढ़ी ट्रस्ट श्री मोहनखेड़ा तीर्थ के तत्वाधान में आज रविवार को मुनिभगवन्तों एवं साध्वीवृन्दों के अगामी चातुर्मास हेतु झाबुआ श्रीसंघ के साथ श्री आदिनाथ राजेन्द्र जैन श्वे. पेढ़ी ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने अगामी 2021 वर्षावास हेतु विनंती की ।
मुनिराज श्री पीयूषचन्द्रविजयजी म.सा., मुनिराज श्री रजतचन्द्रविजयजी म.सा., मुनिराज श्री चन्द्रयशविजयजी म.सा., मुनिराज श्री वैराग्ययशविजयजी म.सा., मुनिराज श्री जिनचन्द्रविजयजी म.सा., मुनिराज श्री जीतचन्द्रविजयजी म.सा., मुनिराज श्री जनकचन्द्रविजयजी म.सा., मुनिराज श्री जिनभद्रविजयजी म.सा. एवं साध्वी श्री सद्गुणाश्री जी म.सा. व साध्वी श्री संघवणश्री जी म.सा. आदि ठाणा को चातुर्मास हेतु विनंती की गयी । जिसमें झाबुआ श्रीसंघ की ओर से सुभाष कोठारी, यशवंत भण्डारी, मनोहर मोदी, धर्मचंद मेहता, नरेन्द्र पगारिया, अभय धारीवाल, हेमेन्द्र बाबेल, संदीप जैन, मुकेश संघवी, सुरेश कांठी, तेजप्रकाश कोठारी, रमेश बाठिया व महिला मण्डल ने चतुर्विघ संघ का चातुर्मास झाबुआ श्रीसंघ में हो इस हेतु से मुनिश्री रजतचन्द्रविजयजी म.सा., मुनिराज श्री जीतचन्द्रविजयजी म.सा. आदि ठाणा के वर्षावास हेतु विनंती की । इस अवसर पर श्री मोहनखेड़ा ट्रस्ट मण्डल की ओर से मेनेजिंग ट्रस्टी सुजानमल सेठ, कोषाध्यक्ष हुक्मीचंद वागरेचा, तीर्थ के महाप्रबंधक अर्जुनप्रसाद मेहता, सहप्रबंधक प्रीतेश जैन एवं अरविंद जैन पिपलीवाला, चर्चिल जैन सीए आदि ने मुनिराज श्री पीयुषचन्द्रविजयजी म.सा., मुनिराज श्री वैराग्यशविजयजी म.सा., मुनिराज श्री जिनचन्द्रविजयजी म.सा., मुनिराज श्री जनकचन्द्रविजयजी म.सा. व साध्वी श्री सद्गुणाश्री जी म.सा., साध्वी श्री संघवणश्री जी म.सा. आदि ठाणा के चातुर्मास हेतु विनंती की गयी । झाबुआ श्रीसंघ की ओर से परम पूज्य गच्छाधिपति आचार्यदेवेश श्रीमद्विजय ऋषभचन्द्रसूरीश्वरजी म.सा. को समाज से वरिष्ठ यशवंत भण्डारी द्वारा भावांजलि अर्पित की गई एवं आचार्यश्री के बाल्यकाल से लेकर वर्तमान तक के संस्मरण भी सभी को सुनाये ।
इस अवसर पर मुनिराज श्री चन्द्रयशविजयजी म.सा. ने कहा कि वर्ष में 12 माह होते है जिसमें से यदि 4 माह बरसात के निकाल दिये जाये तो शेष कुछ नहीं बचता है वर्षावास के 4 माह में किसान अपनी फसल के लिये खेतों में बीजारोपण करता है । उसी प्रकार आराधक वर्षावास के 4 माह में धर्म आराधना करके अपनी आत्मा को कल्याण मार्ग की और प्रशस्त करते है । शास्त्रकारों ने वर्षा ऋतु के चार माह को बड़ा ही महत्वपूर्ण माना है । कोई भी संत हमारे श्रीसंघ में आये ओर हमारे जीवन में धर्म के बीजारोपण करें, यही सबकी भावना रहती है ।
मुनिराज श्री रजतचन्द्रविजयजी म.सा. ने कहा कि परम पूज्य गच्छाधिपति आचार्यदेवेश श्रीमद्विजय ऋषभचन्द्रसूरीश्वरजी म.सा. के साथ में मुझे 2004 ओर 2017 आचार्य पदवीं के बाद दोनों चातुर्मास में साथ में रहने का अवसर प्राप्त हुआ । आचार्यश्री के दोनों ही चातुर्मास एतिहासिक ओर अनुपम रहे । श्रीसंघ ने कई उपलब्धियां हासिल की । 2004 आचार्यश्री की 16 महामांगलिक का आयोजन हुआ और 2017 में एतिहासिक सिद्धितप का आयोजन हुआ था जो इतिहास के पन्नों में अंकित है । दोनों चातुर्मास में आचार्यश्री प्रत्यक्ष रुप से हमारे साथ थे आज प्रत्यक्ष रुप में वो भले ही साथ ना हो पर आचार्यश्री अप्रत्यक्ष रुप से अदृश्य रुप से हमेशा हर पल हमारे बीच में है और साथ में है । विनती के कार्यक्रम में झाबुआ निवासी श्री सुभाष कोठारी को चातुर्मास समिति का अध्यक्ष सर्वानुमति से चुना गया । श्री कोठारी ने चातुर्मास की सफलता के लिये सभी मुनि भगवन्तों से आशीर्वाद प्राप्त किया । आचार्यश्री के दीक्षा दिवस ज्येष्ठ सुदी 10 के अवसर पर कार्यक्रम में एक गुरु भक्त की ओर से जरुरतमंद बच्चों को वस्त्र का वितरण किया गया ।
मुनिश्री पीयुषचन्द्रविजयजी म.सा. ने घोषणा करते हुये दोनों विनंतियों पर विचार विमर्श कर चातुर्मास हेतु स्वीकृति प्रदान की । इस अवसर पर श्री आदिनाथ राजेन्द्र जैन श्वे. पेढ़ी ट्रस्ट श्री मोहनखेड़ा महातीर्थ के मेनेजिंग ट्रस्टी सुजानमल सेठ, कोषाध्यक्ष हुक्मीचंद वागरेचा, तीर्थ के महाप्रबंधक अर्जुनप्रसाद मेहता, सहप्रबंधक प्रीतेश जैन सहित झाबुआ श्रीसंघ के वरिष्ठ समाजसेवी उपस्थित थे । कार्यक्रम का संचालन मनोज मेहता एडवोकेट ने किया ।